रामचरितमानस गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित एक अमर महाकाव्य है, जो भगवान राम के जीवन, उनके आदर्शों और मर्यादा का वर्णन करता है। यह ग्रंथ भारतीय संस्कृति, धर्म और लोकमानस का आधार स्तंभ है। तुलसीदास ने इसे अवधी भाषा में रचकर जनसामान्य तक भगवान राम की शिक्षाओं को पहुँचाया। इसमें सात कांडों के माध्यम से राम के बाल्यकाल, वनवास, संघर्ष, विजय और आदर्श शासन का विस्तार से वर्णन किया गया है।