पर्यावरण संरक्षण ग्राम समुदाय की सहभागिता से संभव है

दुनिया भर में पर्यावरण एक अहम मुद्दा

विकास के नाम पर पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ ने एक ओर जहां यहां के पारिस्थितिक तंत्र को तोड़ा है

लाहौर, पाकिस्तान: यह शहर अक्सर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में सबसे ऊपर आता है। यहाँ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बहुत ही खराब स्तर पर रहता है, विशेष रूप से सर्दियों के महीनों में। ------------------------------------- दिल्ली, भारत: दिल्ली लगातार दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। यहाँ का PM2.5 और PM10 स्तर अत्यधिक है, और सर्दियों में यह स्थिति और भी बिगड़ जाती है।

AQI (Air Quality Index):  भारत के कई शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अक्सर बहुत खराब से लेकर गंभीर श्रेणी में होता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली का AQI अक्सर 300 से 500 के बीच रहता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।

नदी प्रदूषण: गंगा, यमुना, और गोदावरी जैसी महत्वपूर्ण नदियाँ औद्योगिक कचरा, घरेलू अपशिष्ट और कृषि से बहने वाले रसायनों के कारण अत्यधिक प्रदूषित हैं। उदाहरण के लिए, यमुना नदी का जैव रासायनिक ऑक्सीजन मांग (BOD) स्तर कई स्थानों पर 3 से 10 मिलीग्राम प्रति लीटर से अधिक है, जबकि सुरक्षित सीमा 3 मिलीग्राम प्रति लीटर है।

जैव विविधता पर प्रभाव: ग्लेशियरों के पिघलने से हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित हो रहा है, जिससे यहां पाई जाने वाली विशिष्ट वनस्पतियों और जीवों पर खतरा उत्पन्न हो रहा है। यह जैव विविधता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र स्तर में वृद्धि: