पुस्तक समीक्षा: Too Good To Be True – प्राजक्ता कोली

लेखिका: प्राजक्ता कोली (Prajakta Koli)
प्रकाशक: HarperCollins India
शैली: समकालीन रोमांस, युवा-केन्द्रित फिक्शन
प्रकाशन वर्ष: 2025
भाषा: अंग्रेज़ी
रिव्यू भाषा: हिन्दी

परिचय

“Too Good To Be True” एक दिल को छू लेने वाली आधुनिक प्रेम कहानी है, जिसे यूट्यूब की लोकप्रिय क्रिएटर प्राजक्ता कोली (MostlySane) ने लिखा है। यह उपन्यास भारतीय युवाओं के जीवन, परिवार, करियर और रिश्तों के जटिल जाल को बेहद सादगी से प्रस्तुत करता है। प्राजक्ता की यह पहली पुस्तक है और इसे प्रकाशित होते ही बड़ी संख्या में पाठकों ने सराहा।

📖 कहानी की झलक

यह कहानी है वीरा त्रिपाठी की — एक सामान्य लड़की जिसकी ज़िंदगी उलझनों, सपनों और अनकहे जज़्बातों से भरी है। जब वीरा की मुलाक़ात होती है जय से, तब ज़िंदगी एक नया मोड़ लेती है। दोनों की प्रेम कहानी सिर्फ़ इमोशन्स ही नहीं, बल्कि परिवार, करियर और समाज की सच्चाई को भी दर्शाती है।

कहानी में कहीं हास्य है, कहीं गहरी संवेदनाएं — और सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी आम भारतीय युवती की कहानी हो सकती है। यही इसे खास बनाती है।

🖋️ लेखन शैली और भाषा

प्राजक्ता की लेखनी में यूट्यूबर वाली फ्रेशनेस और ऑथेंटिसिटी दोनों झलकती हैं। भाषा आसान, संवाद स्वाभाविक और पात्र जीवंत हैं। किताब को पढ़ते समय ऐसा लगता है जैसे कोई आपकी ही ज़िंदगी की कहानी बता रहा हो।

🎯 क्या है खास? 

🔹 भारतीय युवाओं की जीवनशैली पर आधारित प्रेरणादायक प्रेम कथा

🔹 प्राजक्ता कोली द्वारा लिखा गया डेब्यू नॉवेल – सोशल मीडिया से साहित्य तक की यात्रा

🔹 2025 की सबसे ज़्यादा बिकने वाली किताबों में शामिल

🔹 महिला पात्रों की मज़बूती और भावनात्मक स्वतंत्रता का सशक्त चित्रण

⭐ रेटिंग: 4.5/5

📚 कहानी: ★★★★☆

✍️ लेखन शैली: ★★★★★

🎭 पात्रों की गहराई: ★★★★☆

💭 भावनात्मक जुड़ाव: ★★★★★

📝 निष्कर्ष

“Too Good To Be True” सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं है — यह एक युवा महिला की आत्म-खोज, आत्म-सम्मान और रिश्तों को समझने की यात्रा है। यह पुस्तक उन सभी पाठकों के लिए है जो एक भावनात्मक, प्रेरणादायक और समकालीन कहानी की तलाश में हैं।

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